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परीक्षा कक्ष से मातृत्व तक: कॉलेज परिसर में जन्मा नन्हा जीवन
- Reporter 12
- 21 Dec, 2025
समस्तीपुर जिले के रोसड़ा थाना क्षेत्र में स्थित थतीया गांव का शशि कृष्णा कॉलेज शनिवार को उस वक्त चर्चा का केंद्र बन गया, जब यहां एक छात्रा की परीक्षा की घड़ी अचानक मातृत्व के क्षण में बदल गई। स्नातक की अर्थशास्त्र परीक्षा देने पहुंची गर्भवती छात्रा रविता कुमारी को परीक्षा के दौरान अचानक तेज प्रसव पीड़ा उठी, जिससे पूरे केंद्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
हालांकि, स्थिति को संभालने में कॉलेज की महिला शिक्षिकाओं और कर्मचारियों ने तत्परता और संवेदनशीलता का परिचय दिया। छात्रा को तुरंत सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया और आवश्यक देखभाल शुरू की गई। कुछ ही देर बाद कॉलेज परिसर में ही रविता कुमारी ने एक स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही कॉलेज प्रशासन ने रोसड़ा अनुमंडलीय अस्पताल को सूचना दी। अस्पताल की एंबुलेंस बिना देरी किए कॉलेज पहुंची और जच्चा-बच्चा दोनों को सुरक्षित अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों के अनुसार, मां और नवजात दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं।रविता कुमारी की पहचान बेगूसराय जिले के छौड़ाही थाना क्षेत्र के मालपुर गांव निवासी और शिवम कुमार की पत्नी के रूप में हुई है। वह वर्तमान में हसनपुर थाना क्षेत्र के भारद्वाज कॉलेज की छात्रा हैं और नियमित रूप से अपनी पढ़ाई जारी रखे हुए हैं।यह घटना केवल एक अनोखी खबर नहीं, बल्कि शिक्षा परिसरों में मानवीय संवेदनाओं की मजबूत तस्वीर पेश करती है। कठिन परिस्थिति में शिक्षकों और कर्मचारियों की त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि जब जिम्मेदारी और संवेदना साथ चलती है, तो किसी भी हालात को संभाला जा सकता है।समस्तीपुर के इस कॉलेज में हुआ यह प्रसंग अब न सिर्फ परीक्षा की याद बनकर रह गया है, बल्कि इंसानियत, सहयोग और जीवन के प्रति सम्मान का एक जीवंत उदाहरण बन गया है—जो विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनों के लिए प्रेरणादायक है।
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