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पटना में रील्स को लेकर पति-पत्नी के बीच बड़ी लड़ाई, महिला आयोग ने समझौता कराया
- Reporter 12
- 21 Dec, 2025
सोशल मीडिया और रील्स का बढ़ता क्रेज अब पारिवारिक रिश्तों पर असर डाल रहा है। पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के नौबतपुर इलाके में एक शादीशुदा जोड़े के बीच ऐसा विवाद हुआ कि शादी के सिर्फ छह महीने बाद रिश्ता टूटने के कगार पर पहुँच गया। मामला बिहार राज्य महिला आयोग तक पहुंच चुका है।
जानकारी के अनुसार, इस साल मई में हुई शादी के समय ही पति को पता था कि उसकी होने वाली पत्नी सोशल मीडिया पर रील्स बनाती हैं। युवक ने शादी से पहले शर्त रखी थी कि शादी के बाद वह यह काम छोड़ देगी, क्योंकि गांव-समाज में इसे स्वीकार्य नहीं माना जाता। खासतौर पर भोजपुरी गानों पर वीडियो बनाने पर पति की आपत्ति थी।
शादी के कुछ महीनों बाद विवाद बढ़ गया। पति का कहना है कि पत्नी के रील्स पर आने वाले कमेंट्स और कॉल्स से उसे मानसिक असुविधा हुई। कई लोग फोन कर पत्नी की निजी जिंदगी के सवाल पूछते थे, कुछ तो सुहागरात जैसी बातें तक पूछने लगे। गुस्से में आकर पति ने पत्नी का मोबाइल फोन छीन लिया और साफ कह दिया कि वह उसे अब मोबाइल नहीं देगा।
वहीं पत्नी का कहना है कि उसके करीब 50 हजार फॉलोअर्स हैं और रील्स बनाना उसकी पसंद और कमाई का जरिया है। उसने साफ कहा कि वह पति को छोड़ सकती है, लेकिन मोबाइल और रील्स बनाना नहीं छोड़ेगी।
पति ने पत्नी को सुझाव दिया कि वह कॉमेडी या पारिवारिक कंटेंट बनाए, लेकिन भोजपुरी गानों पर वीडियो न पोस्ट करे। इसके बावजूद पत्नी अपनी जिद पर अड़ी रही।
जब मामला महिला आयोग पहुंचा, तो शुरुआती आवेदन में पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया। आयोग की सदस्य शीला टुड्डू ने बताया कि काउंसलिंग में स्पष्ट हुआ कि विवाद दहेज का नहीं, बल्कि रील्स और सोशल मीडिया को लेकर है।
आयोग की टीम ने दोनों पक्षों की काउंसलिंग की और अंततः समझौता कराया गया। आयोग ने पति को निर्देश दिया कि पत्नी के पास फिलहाल मोबाइल नहीं है, इसलिए वह हर दूसरे दिन उसकी मां से बात जरूर करवाए। अगली सुनवाई 28 जनवरी को तय की गई है।
सोशल मीडिया का सबक
यह मामला साबित करता है कि डिजिटल लाइफ और पारंपरिक रिश्तों के बीच तालमेल बनाए रखना कितना जरूरी है। महिला आयोग की काउंसलिंग ने यह संदेश भी दिया है कि आपसी समझ और संवाद से रिश्तों को बचाया जा सकता है।
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